Mohabbat Status in Hindi
एक दूसरे से बिछड़ के हम कितने रंगीले हो गये, मेरी आँखें लाल हो गयी और तेरे हाथ पीले हो गए !!!!,,,,,
गुजर गया वक्त जब हम तुम्हारे तलबगार थे, अब जिंदगी बन जाओ तो भी हम कबूल नहीं करेंगे !!!!,,,,,
सुनो ये मेरा दिल तुम ही रख लो ना, मेरे पास वैसे भी परेशान रहता है !!!!,,,,,
हम रोज उदास होते है और शाम गुजर जाती है, किसी रोज शाम उदास होगी और हम गुजर जायेंगे !!!!,,,,,
अगर मैं मर भी जाऊँ तो उसे खबर ना करना यारो, अगर वो रो उठी तो ये दिल फिर से धडक उठेगा !!!!,,,,,
अब हमारा जिक्र भी होना चाहिए, हीर रांझा की कहानी आखिर कब तक !!!!,,,,,
लोगो को तो सिर्फ अल्फाज़ पढना आता है, अहेसास तो कोई आशिक ही समज पाता है !!!!,,,,,
मेरी मोहब्बत की ना सही, मेरे सलिके की तो दाद दे, रोज़ तेरा ज़िक्र करता हूँ, बगैर तेरा नाम लिये !!!!,,,,,
अगर मालुम होता की इश्क इतना तड़पाता है, तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते !!!!,,,,,
की.अपनी-अपनी हैसियते है मोहब्बते साबित करने वालो किसी ने हाथ काट डाले किसी ने पहाड़ !!!!,,,,,
चाहो तो छोड़ दो और चाहो तो निभा लो, मोहब्बत हमारी है पर मर्जी सिर्फ तुम्हारी !!!!,,,,,
आओ मिलकर मोहब्बत को आग लगा दे, की फिर ना तबाह हो किसी मासूम की जिन्दगी !!!!,,,,,
इत्तु सा दिल है मेरा इत्तु सा, और इत्ते बड़े बड़े ग़म झेलता है !!!!,,,,,
लम्हा भर मिल कर रूठने वाले, ज़िंदगी भर की दास्तान है तू !!!!,,,,,
तेरे इश्क का सुरूर था जो खुद को बर्बाद किया, वरना दुनिया मेरी भी दीवानी थी !!!!,,,,,
नफरत ना करना मूझे बूरा लगेगा, बस प्यार से केह देना की अब तेरी जरूरत नही है !!!!,,,,,
कल रात मैंने अपने सारे ग़म कमरे की दीवार पर लिख डाले, बस फिर हम सोते रहे और दीवारें रोती रही !!!!,,,,,
ऐ इश्क़ ! तेरा वकील बन के गलती कर दी मैने, यहाँ हर कोई आशिक तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा है !!!!,,,,,
खुद में समेटने की बात कह कर, वो शक़्स मेरे हर लम्हे को बिखेर गया !!!!,,,,,
जिसे दिल में बसाया है उसे ऐसा बनाओ तुम, तुम्हे ना भूल पाए वो और उसे ना भूल पाओ तुम !!!!,,,,,
उस घडी मेरा इश्क हदे भूल जाता है, जब लडते लडते वो कहती है की प्यार मैं ज्यादा करती हूँ तुमसे !!!!,,,,,
उसकी जरूरत उसका इंतजार और अकेलापन, थक कर मुस्कुरा देता हूँ मैं जब रो नहीं पाता !!!!,,,,,
तू नाराज़ न रहा कर, तुझे वास्ता है खुदा का, एक तेरा ही चेहरा खुश देखकर तो हम अपना गम भुलाते है !!!!,,,,,
मैंने उसके नरम होठों को चुमने की इजाज़त माँगी, वो अपने होठ करीब लाकर बोली पागल प्यार में इजाज़त नहीं होती !!!!,,,,,
कैसे बयान करू अपने दर्द को, सुनने वाले बहुत है पर महेसुस करने वाला कोई नहीं !!!!,,,,,
मैं बोता रहा बन्जर ज़मीन पर इश्क के बीज, और तेरा हर वादा सरकार का मुआवजा निकला !!!!,,,,,
फिर कोई जख्म मिलेगा तैयार रह ऐ दिल, कुछ लोग फिर पेश आ रहे है बहुत प्यार से !!!!,,,,,
कुछ पल के लिए हमें अपनी बाहों में सुला ले, अगर आँख खुली तो उठा देना और नहीं खुली तो दफना देना !!!!,,,,,
मुझे आदत नहीं यूँ हर किसी पे मर मिटने की, पर तुझे देख कर दिल ने सोचने तक की मोहलत ना दी !!!!,,,,,
चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्तां सुनकर… खामोशी तुम समझोगे नहीं और बयां हमसे होगा नहीं !!!!,,,,,
यूँ ही नहीं आ जाता शायरी का हुनर, किसी की मोहब्बत में खुद को तबाह करना पड़ता है !!!!,,,,,
उन लम्हों की यादें ज़रा संभाल के रखना, जो हमने साथ बिताये थे, क्यूंकि हम याद तो आयेंगे मगर लौट कर नहीं !!!!,,,,,
तू मांग तो सही अपनी दुआओ मे बददुआ मेरे लिए, मै हंसकर खुदा से आमीन कह दूंगा !!!!,,,,,
गुमराह करते तो हम भी आरजू होते किसी की, ख़ता यही हुई की दिल को खोल के रख दिया !!!!,,,,,
हम ना पा सके तुझको मुद्दतो चाहने के बाद, किसी गैर ने तुझे अपना बना लिया चंद रसमें निभाने के बाद !!!!,,,,,
मैं बोता रहा बन्जर ज़मीन पर इश्क के बीज, और तेरा हर वादा सरकार का मुआवजा निकला !!!!,,,,,
फिर कोई जख्म मिलेगा तैयार रह ऐ दिल, कुछ लोग फिर पेश आ रहे है बहुत प्यार से !!!!,,,,,
कुछ पल के लिए हमें अपनी बाहों में सुला ले, अगर आँख खुली तो उठा देना और नहीं खुली तो दफना देना !!!!,,,,,
मुझे आदत नहीं यूँ हर किसी पे मर मिटने की,पर तुझे देख कर दिल ने सोचने तक की मोहलत ना दी !!!!,,,,,
चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्तां सुनकर… खामोशी तुम समझोगे नहीं और बयां हमसे होगा नहीं !!!!,,,,,
सालो साल बातचीत से उतना सुकून नहीं मिलता, जितना एक बार महबूब के गले लग कर मिलता है !!!!,,,,,
उनको डर है की हम उन के लिए जान नही दे सकते, और मुझे खौफ है की वो रोएंगे बहुत मुझे आज़माने के बाद !!!!,,,,,
ना वो मिलती है, ना मै रुकता हूँ, पता नही रास्ता गलत है या मंजिल !!!!,,,,,
सच कहूँ तो तुझे कभी प्यार था ही नहीं मुझसे, तूने तो अपनी खामोशी दुर करने के लिये हमे खामोश कर दिया !!!!,,,,,
ये तेरा मेरा रिश्ता भी उस वेल्डिंग की तरह है, दोनों खूब जलते है…….जुड़ने के लिए !!!!,,,,,
जिस परिंदे को अपनी उड़ान से फुरसत ना थी कभी, आज हुआ तनहा तो मेरी ही दिवार पे आ बैठा !!!!,,,,,
किसे परवाह है बिजलियों के गिरने की, खाक होने को जब आशियाना ही न रहा !!!!,,,,,
रोने से अगर वो मिल जाये तो, खुदा की कसम ईस धरती पे सावन की बरसात लगा दूँ !!!!,,,,,
आज इतना जहर पिला दो की सांस तक रुक जाए मेरी, सुना है की सांस रुक जाए तो रुठे हुए भी देखने आते है !!!!,,,,,
तुजे क्या लगा की तु छोड के चली जाएगी तो मैं मर जाऊंगा !!,,,,,
लडकी है तु, कोई ओक्सीजन नहीं !!!!,,,,,
जब से तेरी याद मेरे दिल में समायी है, ए जान, सच कहता हु मुझे नींद नहीं आई है !!!!,,,,,
अब मायूस क्यूँ है उसकी बेवफाई से ए दोस्त, तुम ही तो कहते थे की वो जुदा है सबसे !!!!,,,,,
ये दिल भी कितना पागल है, हंमेशा उसी की फिकर में डुबा रहता है जो इसका होता ही नहीं है !!!!,,,,,
सबूत तो गूनाहो के होते है, बेगुनाह मोहब्बत का क्या सबूत दू ?!!,,,,,
हमने तो सिर्फ अपने आंसुओं की वजह लिखी है, पता नहीं लोग क्यों कहते है की वाह ! क्या ग़ज़ल लिखी है !!!!,,,,,
जिन्दगी में चार चीजे कभी भी आ सकती है, नींद, पैसा, मौत और मेरी याद, लो आ गई ना !!,,,,,
अब तु ही बता दे कैसे करूँ मैं इजहार-ए-ईश्क ? शायरी तु समझती नही और अदाए मुजे आती नही !!!!,,,,,
तुम्हारा शक सिर्फ हवाओ पे गया होगा, चिराग खुद भी तो जल-जल के थक गया होगा !!!!,,,,,
जब दो टूटे हुए दिल मिलते है, तब मोहब्बत में धोखा नहीं होता !!!!,,,,,
कहते है ईश्क एक गुनाह है, जिसकी शुरूआत दो बेगुनाहो से होती है !!!!,,,,,
छोड़ दिया हमने दुनिया की तरफ नजरे रखना, जब घर में ही दुनिया मिल गई है तो दुनिया में कोई घर क्यूँ ढूंढू !!!!,,,,,
छू जाते हो कितनी दफा तुम मुझे ख़्वाब बन कर, ये दुनिया तो यूँ ही कहती है की तुम मेरे करीब नहीं !!!!,,,,,
हम तो आशिक लोग है हमारे हाथो में, जख्म पहले लिखे जाते है तकदीर बाद में !!!!,,,,,