Broken Heart Quotes
जरुरी तो नहीं की मोहब्बत लफ्जों में बयाँ हो, क्या सच में मेरी आँखें तुम्हें कुछ नहीं कहेती !!??।,,,,
मेरे रोने से उनके दिल पर कोई असर नहीं होगा, हसीन लोग अक्सर बेदर्द जो हुआ करते है !!??।,,,,
प्यार में अक्सर यही तो होता है, इंसान एक पल हँसता है और हर पल रोता है !!??।,,,,
अक्सर एक ऐसी बात ने मुझे रुला दिया, जब जब तुझे कोई मिला तूने मुझे भुला दिया !!??।,,,,
बेशक सफ़र उनके साथ बहोत छोटा था, याद हो गए मगर वो जिंदगीभर के लिए !!??।,,,,
तेरे ना होने से कुछ नहीं बदला, बस कल जहाँ दिल होता था आज वहाँ दर्द होता है !!??।,,,,
पल पल रोना सिखा दिया तुमने, अच्छा हुआ सबकुछ भुला दिया तुमने !!??।,,,,
थोडा इंतजार कर ए दिल, उसे भी पता चल जाएगा की उसने खोया क्या है !!??।,,,,
छोड़ रहे हो साथ हमारा तो कोई बात नहीं, ये वादा भी करते जाओ की याद न आओगे कल से !!??।,,,,
कभी कभी हमें अपने प्यार को भूलना पड़ता है, ये सोचकर की वो दूसरों के साथ बहोत खुश रहेंगे !!??।,,,,
खुद ही तन्हाईओं का बोझ उठाना होगा, चल मेरे दिल तुझे फिर से मुस्कुराना होगा !!??।,,,,
उनका इल्ज़ाम लगाने का अंदाज ही कुछ गज़ब का था, हमने खुद अपने ही ख़िलाफ गवाही दे दी !!??।,,,,
साला अपना दिल क्या टुटा, कमबख्त बारिश ने पूरा शहर भिगों दिया !!??।,,,,
हम फना हो गए बदले वो फिर भी नहीं, हमारी मोहब्बत से कहीं ज्यादा सच्ची उनकी नफरत निकली !!??।,,,,
वो अचानक नहीं बिछड़ा मुझसे, उसको कब से एक बहाने की तलाश थी !!??।,,,,
तुमने जो मेरे दिल को छूना छोड़ दिया, कमबख्त लफ्ज़ो ने खूबसूरत होना छोड़ दिया !!??।,,,,
अजीब लहजे में पूछी थी खैरियत उसने, जवाब देने से पहले छलक गई आँखें मेरी !!??।,,,,
अगर तेरे साथ जीने का हक्क नहीं, तो तेरी बाँहों में मरने की इजाजत दे दे !!??।,,,,
मैं अपने सारे एहसास समेट ले जाऊँगी, हौंसला रख मैं बहुत दूर चली जाऊँगी !!??।,,,,
टूटे हुए लोग सबसे ज्यादा मजबूत होते है, इन्हें पता है की मोहब्बत कैसे करते है !!??।,,,,
हम रोये भी तो किस पर रोये, दिल की लाश पर या उसकी हर बात पर !!??।,,,,
तुम याद आओ तो भी चुप रहते है, की आँखों को खबर हुई तो बरस जायेगी !!??।,,,,
क्या मिला तुझे मेरा ना होकर, तू भी रह नहीं पायेगा पूरा किसी और का होकर !!??।,,,,
ढूँढा हर जगह पाया तेरा पता नहीं, अब पता मिला तेरा तो मेरा पता नहीं !!??।,,,,
उसकी जिद से तंग होकर इस्तीफा देने चला है ये दिल, कोई इसे समझाओ की इश्क़ में फिर से चुनाव नहीं होते !!??।,,,,
आजकल दिल कितने छोटे हो गए है, बहोत जल्दी भर आते है !!??।,,,,
वो जो एक शख्स तो मिलता नहीं, लेकर पूरी कायनात मैं क्या करूँ !!??।,,,,
एक वो चीज जिसे लोग दिल की ख़ुशी कहते है, कहीं बाजार में मिले तो मेरे लिए लेकर आना !!??।,,,,
मैंने दिल को भी सिखा दिया है हुनर हद में रहने का, वरना हर पल ज़िद करता था तेरी पनाह में रहने की !!??।,,,,
मत तरसा किसीको इतना अपनी मोहब्बत के लिये, क्या पता तेरी ही मोहब्बत पाने के लिए जी रहा हो कोई !!??।,,,,
आजकल दिल कितने छोटे हो गए है, बहोत जल्दी भर आते है !!??।,,,,
वो जो एक शख्स तो मिलता नहीं, लेकर पूरी कायनात मैं क्या करूँ !!??।,,,,
एक वो चीज जिसे लोग दिल की ख़ुशी कहते है, कहीं बाजार में मिले तो मेरे लिए लेकर आना !!??।,,,,
मैंने दिल को भी सिखा दिया है हुनर हद में रहने का, वरना हर पल ज़िद करता था तेरी पनाह में रहने की !!??।,,,,
मत तरसा किसीको इतना अपनी मोहब्बत के लिये, क्या पता तेरी ही मोहब्बत पाने के लिए जी रहा हो कोई !!??।,,,,
आज फिर जख्मो पर नमक डाला गया है, आज फिर मुद्दा तेरा मेरा उछाला गया है !!??।,,,,
एक खूबसूरत एहसास बेआवाज हो गया, इश्क अब इश्क ना रहा जैसे रिवाज हो गया !!??।,,,,
एक तुम हो जो रोज संवरते हो किसी और के नाम से, और एक हम है जो रोज बिखर जाते है तुम्हारे नाम से !!??।,,,,
वो जिसे नींद कहा करते है सब चैन की, तेरे जाने के बाद कभी आँख में उतरी ही नहीं !!??।,,,,
हम भूल जाते अगर तेरी बातों को, तो हमें भी सुकून की नींद आ जाती रातों को !!??।,,,,
उसे शायद अब सबकुछ मिलेगा, मगर कोई मुझ जैसा कभी नहीं !!??।,,,,
इतना तो समझ चूका था मैं उसके मिजाज को, वो जा रही थी और मैं हैरान भी नहीं था !!??।,,,,
यूँ तो समंदर से भी गहरा सुना था दिल को हमने, फिर क्यूँ समा ना पाया कोई तेरे सिवा इसमें !!??।,,,,
मिल जाये हम तो सबकुछ सही है, फ़िर इस तरह क्यूँ है अजनबी !!??।,,,,
मुझे मेरी मोहब्बत ही अब रास नहीं आती, ज़िंदगी का क्या कहें अब तो रूह भी पास नहीं आती !!??।,,,,
दिल तो भर ही जाना था उसका आखिर, सदियों की मोहब्बत पलों में लूटा जो दी थी मैंने !!??।,,,,
मुझसे मत पूछ ठिकाना मेरे दिल का, शायद तुझमें ही लापता है कहीं !!??।,,,,
वो हाथ किसी और के हाथ में हो तो अजीब लगता है, जिन हाथों ने चूड़ियाँ पहनी थी कभी मेरे हाथों से !!??।,,,,
कौन कहता है की दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है, अब तो तेरी ख़ामोशी भी कभी कभी मेरी आँखें नम कर जाती है !!??।,,,,
इतने ग़ौर से न देख तू मेरे चेहरे की ख़ुशी को, अंदर से बिखरे लोग ऊपर से ऐसे ही होते है !!??।,,,,
क्या खूब ईश्क से मैंने बदला लिया, कागज पर लिखा ईश्क और उसे जला दिया !!??।,,,,
पता नहीं क्यूँ मुझे तुम्हारी याद पहले से ज्यादा आती है,??।,,,,
जब की मैं जानता हूँ की तुम मेरा दिल तोड चुके हो !!??।,,,,
हर खेल में माहिर थे हम फिर भी ना जाने, कौन हमारी जिंदगी से खेल कर चला गया !!??।,,,,
तुम मेरे नहीं हो फिर भी ना जाने क्यूँ, दिल बोलता है की तुम मेरे हो !!??।,,,,
एक तरफ़ा प्यार भी कितना अजीब होता है, ना जीने देता है और ना तो मरने देता है !!??।,,,,
देख ली न तूने मेरे आँसुओं की ताक़त, कल रात मेरी आँखें नम थी और आज सारा शहर भीगा है !!??।,,,,
तुम्हें प्यार करूँ या नफरत समझ नहीं आता, प्यार के लायक तुम हो नहीं और नफरत करना मुझे आता नहीं !!??।,,,,
हम भी आपको भूल सकते है, लेकिन हम आपकी तरह मतलबी नहीं है !!??।,,,,
लिखा तो था की खुश हूँ तेरे बगैर भी, आँसूं मगर कलम से पहले गिर गए !!??।,,,,
दोनों ही बातों से ऐतराज है मुझे, क्यूँ तुम जिंदगी में आये और क्यूँ चले गए !!??।,,,,
मरा माहब्बत क बदल वा दद हा दत ह मुझ, क्यूँ न में उनकी नफरत से ही मोहब्बत कर लूँ !!??।,,,,
मुझे मालुम है की मेरा मुकद्दर तुम नहीं, लेकिन मेरी तक़दीर से छुपकर मुझे एकबार मिल जाओ !!??।,,,,
बहुत खफा था की लहजा बदल गया मेरा, उसीके लहजे में जब उससे बात की मैंने !!??।,,,,
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो, इंतज़ार भी उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं !!??।,,,,
मैं कुछ और लम्हे तेरे साथ रहना चाहती थी, पर तेरी जिन्दगी मे शायद मेरी कोई जगह नहीं है !!??।,,,,
बरबाद करके मुझे उसने पूछा की करोगे फिर मोहब्बत मुझसे, लहू लहू था दिल मगर होठों ने कहा की जी जरुर करेंगे ??।,,,,
शुक्रिया आपका जो दिल तोड़ कर छोड़ दिया, तुम चाहते तो मेरी जान भी ले सकते थे !!??।,,,,
शायद वक्त का मजाक था या मेरी बदनसीबी, तेरी कुछ बातों को मैं मोहब्बत समझ बैठा !!??।,,,,
जो मेरा हो नहीं पायेगा इस जहाँ में कभी, रूह बनकर मिलूंगी उसको आसमां में कहीं !!??।,,,,
हमें क्या पता था की मौसम भी ऐसे रो पड़ेगा, हमने तो बस आसमान को अपनी दास्तान सुनाई थी !!??।,,,,
ऐ बारिश जरा खुलकर बरस ये क्या तमाशा है, इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है !!??।,,,,
डरता हूँ टूट ना जाए कहीं प्यार के नाजुक रिश्तें, वक्त जालिम है जो हर किसीकी हकीकत दिखायेगा !!??।,,,,
एसा नहीं की अब उनसे मोहब्बत नहीं रही, बस जज्बात में वो पहले सी शिद्दत नहीं रही !!??।,,,,
प्यार भी जाने किस किस्म का होने लगा, रूह से ज्यादा सजदा अब जिस्म का होने लगा !!??।,,,,
किस कदर जुल्म ढाया करते हो, ये जो तुम मुझे भूल जाया करते हो !!??।,,,,
बड़े दावे करते थे लोग उमर भर साथ निभाने के, अभी ज़िंदा है तो भुला दिया मर जाते तो क्या होता !!??।,,,,
किसीके साथ ये हादसा ना हो मेरे खुदा, की किसीके प्यार को किसीसे प्यार हो जाए !!??।,,,,
प्यार जितना भी करके देख लो, एक दिन ठुकरा जरुर देता है !!??।,,,,
मुझे भी पता था की लोग अक्सर बदल जाते है, मगर मैंने कभी तुम्हें लोगों में गिना ही नहीं !!??।,,,,
ऐ दिल और कितने जख्म सहेगा, मान क्यूँ नहीं लेता की मोहब्बत सबकी नहीं होती !!??।,,,,
पीते थे जिसके साथ में वो साकी बड़ा हसीन था, आदत लगा के ज़ालिम ने मयखाना बदल लिया !!??।,,,,
तेरा लगाया हर इल्जाम मंजूर है मुझे, ये प्यार है जरुरी नहीं की मैं भी वार करूँ !!??।,,,,
हर एक के नसीब में कहाँ लिखी है चाहतें, कुछ लोग आते है दुनिया में तन्हाइयों के लिए !!??।,,,,
चलो छोड़ दो हमको पर इतना तो बता दो, हमें तुम याद करते थे या वक्त बरबाद करते थे !!??।,,,,
हमने खुदा से पूछा किंमत क्या है प्यार की, उसने कहा आँसू भरी ज़िन्दगी और उम्र भर इंतज़ार की !!??।,,,,
बदलकर रख दिया उसने मुझको, मैं मोम की गुडिया थी पत्थर की हो गई !!??।,,,,
है आज तक वो शख्स मेरी आँखों में, जो उस वक्त भी मेरा नहीं था !!??।,,,,
दास्ताँ-ए-मोहब्बत में गम था तो बस यही, हम ही हम थे और वो तो थे ही नहीं !!??।,,,,
पानी में अक़्स देख के खुश हो रही थी मैं, पत्थर किसीने फेंका तो मंजर बदल गया !!??।,,,,
आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम, ये किसने कह दिया की तुम्हें भूल गये है हम !!??।,,,,
मैनें तेरा आखरी खत आज तक नहीं खोला, मुझे डर है की उसमें अलविदा न लिखा हो !!??।,,,,
तुम्हें इतनी बार खो चुका हूँ मैं, की अब तो आँखें बंध करने से भी डर लगता है !!??।,,,,
कहते है की जिन्दगी में एकबार प्यार जरुर होता है, लेकिन ये भी सच है की जिससे हो वो कभी नहीं मिलता !!??।,,,,
वो किसी महंगी खिलौने सी थी, मैं गरीब का बच्चा बस देखता ही रह गया !!??।,,,,
वक़्त की अहमियत का अंदाज़ा आज हो ही गया मुझे, जब उसने कह दिया तुमसे मिलने के अलावा भी बहुत काम है मुझे !!??।,,,,
हिसाब बराबर हुआ उनसे फिर क्यूँ रोता है, तुझको वो ना मिला तो उसको भी तु कहाँ मिला !!??।,,,,
ये आरज़ू थी की हम उसके साथ साथ चले, मगर वो शख़्स तो रास्ता बदलता जाता है !!??।,,,,
प्यार किया नहीं जाता बस हो जाता है, दिल टूटता नहीं पर तोड़ दिया जाता है !!??।,,,,
बस इसी बात ने उन्हें शक में डाल दिया, उफ्फ इतनी मोहब्बत कोई मतलब तो होगा !!??।,,,,
न मिलना हुआ और न कभी बिछड़ना हुआ, दिल इश्क का कैदी था जो कभी रिहा न हुआ !!??।,,,,
कहानी बन के जिये है वो मेरे दिल के आशियाने में, हमको भी तो लगेगी सदियाँ अब उन्हे भुलाने में !! ??।,,,,
दिल जख्मी तो इस बात से है, उसको मेरी कमी का कोई गम नहीं !!??।,,,,
मेरी एक बात हंमेशा याद रखना, मोहब्बत जितना आपको हसाएगी उतना रुलाएगी भी !!??।,,,,